दर्द शायरी by Ritika Gupta · February 22, 2020 मेरे दर्द ने मेरे ज़ख्मों से शिकायत की है,आँसुओं ने मेरे सब्र से बगावत की है,ग़म मिला है तेरी चाहत के समंदर में,हाँ मेरा जुर्म है कि मैंने मोहब्बत की है।