हिंदी रोमांटिक शायरी

सारा जहां हो तुम…

मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही तो मैं हूँ , मेरी पहचान हो तुम,
मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहां हो तुम।


खुशबू की तरह…

खुशबू की तरह आसपास बिखर जायेंगे,
सुकून बनकर दिल में उतर जायेंगे,
महसूस करने की कोशिश कीजिये,
दूर होकर भी आपके पास नजर आएंगे।


एक बार मुलाकात…

सूखी पड़ी है दिल की ज़मीं मुद्दतों से यार,
बनके घटाएं प्यार की बरसात कीजिये।
एक बार अकेले में मुलाकात कीजिये।

हिलने ना पाए होंठ और कह जाए बहुत कुछ,
आँखों में आँखें डाल कर हर बात कीजिये।
एक बार अकेले में मुलाकात कीजिये।

दिन में ही मिले रोज हम देखे न कोई और,
सुरज पे ज़ुल्फ़ें डाल कर फिर रात कीजिये।
एक बार अकेले में मुलाकात कीजिये।


आ जाओ किसी रोज…

आ जाओ किसी रोज तुम्हारी रूह मे उतर जाऊँ,
साथ रहूँ मैं तुम्हारे ना किसी और को नज़र आऊँ,
चाहकर भी मुझे छू ना सके कोई इस तरह,
तुम कहो तो यूँ तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊँ।


तुझमें समा जाऊँ…

जब यार मेरा हो पास मेरे,
मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ,
जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना,
या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।

लबों से छू लूँ जिस्म तेरा,
साँसों में साँस जगा जाऊँ,
तू कहे अगर इक बार मुझे,
मैं खुद ही तुझमें समा जाऊँ।


आपके प्यार में फ़ना…

कब आपकी आँखों में हमें मिलेगी पनाह,
चाहे इसे समझो दिल्लगी या समझो गुनाह,
अब भले ही हमें कोई दीवाना करार दे,
हम तो हो गए हैं आपके प्यार में फ़ना।

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